Barrister Babu




This fictional serial is a story of British subordinate India, based on the relationship between a barrister and his wife. The social norms of that time used to be completely opposite from today which was very difficult to follow, so some Indian youths, inspired by the social reformers of the time, started voicing these unfair and discriminatory traditions. It is in this context that the story of this serial is woven about how a young man saves a child from being a child widow. This story is about an inspirational and progressive-minded husband who goes against all social evils and tries to make his wife a Barrister Babu and a strong woman.

The wise wife also works for the salvation of women with the aim of bringing change in society. In this serial, along with showing the journey of the life of the hero-heroine, through this, we have tried to hit hard on the evil practices prevalent in the society for centuries.

 The serial is completely fictional and the play's adaptation of the story is only intended to provide entertainment. All the characters, events, scenes, etc. in this serial are fictional and have no relation to reality. No act of a character in this serial is to disrespect the religious, social, or legal practices, opinions, and feelings of any person/persons, age group, category, occupation, community, caste religion, etc.


 सूचना 

यह काल्पनिक धारावाहिक ब्रिटिश अधीनस्थ भारत के समय की कहानी है, जो कि एक बैरिस्टर तथा उसकी पत्नी के संबंधों पर आधारित है | उस समय के सामाजिक मानदंड आज से बिल्कुल विपरीत हुआ करते थे जिनका पालन करना बड़ा मुश्किल होता था , इसलिये तत्कालीन समाज सुधारको से प्रेरित होकर कुछ भारतीय युवाओं ने इन अनुचित का भेदभाव पूर्ण परंपराओं के खिलाफ आवाज उठाना शुरू किया | इसी परिपेक्ष्य में इस धारावाहिक की कहानी को बुना गया है कि कैसे एक नवयुवक एक बच्ची को बाल विधवा होने से बचाता है । यह कहानी एक प्रेरणादायक और प्रगतिशील विचारधारा वाले पति की है जो सभी सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जाकर अपनी पत्नी को बैरिस्टर बाबू तथा एक सशक्त नारी बनाने की कोशिश करता है ।

बुद्धिमान पत्नी भी शिक्षित होकर समाज में बदलाव लाने के उद्देश्य से महिलाओं के उद्धार के लिए काम करती है। इस धारावाहिक में नायक - नायिका के जीवन के सफर को दर्शाने के साथ ही हमने इसके माध्यम से समाज में सदियों से व्याप्त कुरीतियों पर कठोर आघात करने का प्रयास किया है । यह धारावाहिक पूर्णत: काल्पनिक है तथा कहानी का नाट्य रूपांतरण केवल मनोरंजन प्रदान करने का उद्देश्य रखता है ।

इस धारावाहिक के सभी पात्र, घटनाएं, दृश्य आदि काल्पनिक हैं तथा वास्तविकता से इनका कोई संबंध नहीं है । इस धारावाहिक के किसी पात्र का कोई कृत्य किसी व्यक्ति /व्यक्तियों, उम्र समूह, श्रेणी, व्यवसाय, समुदाय, जाति धर्म आदि की धार्मिक, सामाजिक या कानूनी अभ्यासों, मतों तथा भावनाओं का अनादर करना नहीं है ।






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